छत्तीसगढ़ के जांजगीर में कांग्रेस ने जोरदार अंदाज़ में ‘संविधान बचाओ रैली’ का आयोजन किया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखे हमले किए। रैली का फोकस धर्म, आरक्षण, आतंकवाद, जातिगत जनगणना और संविधान की सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर रहा।
भूपेश बघेल ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए भारतीय सेना को बधाई दी, लेकिन युद्धविराम के फैसले को अमेरिका के दबाव में लिया गया कदम बताते हुए उसकी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री ने इस ऑपरेशन की जानकारी पाकिस्तान तक पहुंचाई, जो सीधे तौर पर राजद्रोह है। साथ ही उन्होंने मध्यप्रदेश के मंत्री द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई टिप्पणी को लेकर अब तक कार्रवाई न होने पर भी सवाल उठाए।
भूपेश बघेल ने पहलगाम आतंकी हमले का मुद्दा उठाते हुए कहा कि वहां धर्म पूछकर लोगों को मारा गया, लेकिन केंद्र सरकार मूकदर्शक बनी रही। उन्होंने कहा, “अगर आज इंदिरा गांधी होतीं, तो पाकिस्तान दो हिस्सों में बंट जाता।”
उन्होंने जातिगत जनगणना को कांग्रेस की वैचारिक जीत बताते हुए दावा किया कि राहुल गांधी के दबाव में केंद्र सरकार को इसके लिए राजी होना पड़ा।
दीपक बैज ने भाजपा पर संविधान बदलने, आरक्षण खत्म करने और आदिवासी अधिकारों को खत्म करने की साजिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बस्तर की ज़मीन जबरन छीनी जा रही है, जबकि वह संविधान की 5वीं अनुसूची के तहत संरक्षित क्षेत्र है।