रायपुर : टाइम्स ऑफ इंडिया की पत्रकार रश्मि ड्रोलिया को अमेरिकी सरकार ने मानव तस्करी का अध्ययन करने के लिए 3 सप्ताह के ‘इंटरनेशनल विजिटर्स लीडरशिप प्रोग्राम (आईवीएलपी)’ के तहत चुना है। 25 देशों के 25 प्रतिभागियों में से वह भारत से अकेली हैं, और समूह में एकमात्र पत्रकार हैं।
वे आज से वाशिंगटन डीसी में इस प्रोग्राम में शामिल हुई हैं, और अमेरिका के 6 अलग-अलग राज्यों के 7 शहरों का दौरा करेंगी। कार्यक्रम के लिए चुने गए अन्य प्रतिभागियों में अलग-अलग देशों के सामाजिक कार्यकर्ता, वकील, जांच अधिकारी, न्यायिक अधिकारी हैं, जो अपने-अपने देशों में मानव तस्करी से संबंधित मुद्दों पर काम कर रहे हैं।
आईवीएलपी अमेरिकी सरकार का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है और पूर्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई प्रमुख भारतीयों ने इसमें भाग लिया था।
इस वर्ष के विषय में किसी देश के भीतर या सीमाओं के पार बंधुआ मजदूरों या सेक्स ग़ुलामों के रूप में मानव तस्करी शामिल है। भारत भी इसके कई पहलुओं से पीड़ित है और वह इस समस्या से निपटने के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल का हस्ताक्षरकर्ता भी है।
संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकार अपनी घरेलू समस्या के साथ-साथ अन्य देशों में फैली समस्याओं से भी निपट रही है।
रश्मि वर्तमान में टाइम्स ऑफ इंडिया, रायपुर, छत्तीसगढ़ में विशेष संवाददाता के रूप में कार्यरत हैं। उनका चयन मानव तस्करी पर उनकी महत्वपूर्ण पत्रकारिता पर आधारित है। अपने एक दशक से अधिक लंबे पत्रकारिता करियर में, उन्हें अपने काम के लिए कई सम्मान और पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।