केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने NEET UG 2024 एग्जाम में कोई धांधली नहीं हुई है. परीक्षाएं, पारदर्शी तरीके से आयोजित कराई गई थीं. NEET एग्जाम के नतीजे सामने आने के बाद देशभर में अलग-अलग शहरों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. कोचिंग संस्थानों के साथ-साथ छात्र परीक्षा में धांधली के आरोप लगा रहे हैं. लोगों ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की कार्यप्रणाली को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं.
प्रदर्शनों के बीच केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है गुरुवार को कहा कि मेडिक एंट्रेस एग्जाम NEET UG में धांधली की खबरें गलते हैं. अब तक कोई ऐसे सबूत सामने नहीं आए हैं जिसे देखकर ये कहा जाए कि परीक्षा में धांधली बरती गई है.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ‘कोई पेपर लीक के सबूत नहीं मिले हैं. कोर्ट के निर्देश पर 1560 छात्रों के लिए एक मॉडल अपनाया गया था, एकेडमिशियंस की सलाह ली गई थी, पैनल बनाया गया था.’
उन्होंने कहा, ‘मैं छात्रों को और उनके अभिभावकों से कहना चाहता हूं कि सरकार और एनटीए, छात्रों को न्याय देने के लिए प्रतिबद्ध है. यह पारदर्शी है और उनकी निश्चिंतता के लिए है. इस वक्त 24 लाख छात्रों ने सफलतापूर्वक परीक्षा दी है.’
सुप्रीम कोर्ट ने क्या फैसला सुनाया है?
सुप्रीम कोर्ट ने NEET UG 2024 परीक्षा पर कहा है कि 1568 छात्रों को फिर से परीक्षा देनी होगी. इन छात्रों को ग्रेस मार्क दिए गए हैं, इसलिए इनके ग्रेस मार्क रद्द कर दिए गए हैं. दोबारा परीक्षाएं 23 जून को होंगी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इनके नतीजे भी 30 जून तक जारी कर दिए जाएं.