पीएम मोदी ने कहा कि यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं, यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है। यह भारत और रूस के बीच सदियों पुरानी गहरी मित्रता और आपसी विश्वास का सम्मान है। यह हमारी विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी का सम्मान है…पिछले 2.5 दशकों में, आपके नेतृत्व में, भारत-रूस संबंध सभी दिशाओं में मजबूत हुए हैं और हर बार नई ऊंचाइयों को छूए हैं। आपने दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों की जो नींव रखी थी, वह समय बीतने के साथ और मजबूत हुई है। लोगों की साझेदारी पर आधारित हमारा आपसी सहयोग हमारे लोगों के बेहतर भविष्य की आशा और गारंटी बन रहा है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, “मुझे क्रेमलिन में यह मानद पुरस्कार (ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू) प्रदान करते हुए खुशी हो रही है… यह दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में आपके द्वारा किए जा रहे महत्वपूर्ण योगदान के लिए रूस की ईमानदारी से कृतज्ञता का प्रमाण है। आपने हमेशा हमारे देश के साथ व्यापक संपर्कों की सक्रिय रूप से वकालत की है।
पुतिन ने कहा कि जब आप गुजरात के सीएम थे, तो आपने अपने राज्य को रूसी क्षेत्र के साथ जोड़ने की पहल की थी। अब जब आप 10 वर्षों से भारतीय सरकार के शीर्ष पर हैं, तो आपने वास्तव में रूसी-भारतीय संबंधों को एक विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी में बढ़ाने का प्रयास किया है… अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में रूसी-भारतीय सहयोग के लिए एक लचीला ढांचा बनाने में आपके योगदान को अधिक महत्व देना असंभव होगा, जहां हमारे दोनों देश स्थिरता, वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए बहुध्रुवीयता के सिद्धांत की रक्षा कर रहे हैं और ब्रिक्स और एससीओ में मिलकर काम कर रहे हैं।”