सावन 2024 की शुरुआत 22 जुलाई को हो गई है. सावन हिंदू कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण महीना है, जो खासकर शिवभक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है. इस दौरान लोग भगवान शिव की पूजा करते हैं, व्रत रखते हैं और व्रत के दिन हरियाली के प्रतीक के रूप में पेड़ों और पौधों की पूजा की जाती है. यह समय भक्ति, तपस्या और प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक है. वहीं सावन में भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाने का विशेष महत्व है. बेलपत्र को भगवान शिव का प्रिय माना जाता है और इसे चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है. इसके साथ ही अगर आप सावन माह में भगवान शिव को 108 बेलपत्र चढ़ाते हैं, तो भगवान शिव आपकी सभी समस्याएं दूर कर देते हैं.
भगवान शिव को चढ़ाएं 108 बेलपत्र
सावन माह में भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए बेलपत्र, जल, दूध, दही, शहद, गंगाजल, फल, फूल, दीपक और धूप चढ़ाते हैं. इन वस्तुओं का अर्पण श्रद्धा और भक्ति से किया जाता है, जिससे भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. वहीं सावन माह में बेलपत्र चढ़ाने का विशेष महत्व है. क्योंकि इसे भगवान शिव का प्रिय माना जाता है. बेलपत्र की तीन पत्तियां शिव के त्रिदेवों—ब्रह्मा, विष्णु और महेश (शिव)—का प्रतीक हैं. इसे अर्पित करने से पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है और शिव की कृपा प्राप्त होती है. वहीं अगर आप 108 बेलपत्र चढ़ाते हैं, तो आपको भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होगी और आपके जीवन में चल रही बड़ी से बड़ी समस्या दूर हो जाएगी.
108 बेलपत्र चढ़ाने से सभी समस्याएं होंगी दूर
सावन माह में 108 बेलपत्र चढ़ाना विशेष लाभकारी माना जाता है. 108 संख्या पवित्र मानी जाती है और इसे चढ़ाने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. बेलपत्र की तीन पत्तियां शिव के त्रिदेवों—ब्रह्मा, विष्णु और महेश (शिव)—के प्रतीक हैं. 108 बेलपत्र चढ़ाने से व्रति की भक्ति और समर्पण प्रकट होता है. बेलपत्र चढ़ाने के लिए, पहले बेलपत्र की सफाई करें और फिर शिवलिंग पर बेलपत्रों को एक-एक करके अर्पित करें, प्रत्येक पत्र के साथ “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें. इस विधि से भक्ति और श्रद्धा से की गई पूजा से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है.