नई दिल्ली। विनेश फोगट ने 2024 पेरिस ओलंपिक से अयोग्य ठहराए जाने के बाद सिल्वर मेडल दिए जाने के लिए कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में अपील की है। रिपोर्ट्स से पता चलता है कि CAS ओलंपिक खेलों के समापन से पहले अपना फैसला सुना सकता है। इस मामले का प्रतिनिधित्व हरीश साल्वे कर रहे हैं, जिन्हें हाई-प्रोफाइल मामलों को संभालने का काफी अनुभव है। हाल ही में हुए खुलासों से पता चला है कि सुनवाई के दौरान विनेश ने अपने पक्ष में क्या दलीलें पेश कीं।
बताया गया है कि, सुनवाई के दौरान विनेश फोगट की ओर से कई मुद्दे उठाए गए हैं। पहला बिंदु स्पष्ट और सीधा है: विनेश ने किसी भी धोखाधड़ी वाली गतिविधि में भाग नहीं लिया, इसलिए उसे रजत पदक दिया जाना चाहिए। प्रस्तुत दूसरा तर्क यह है कि विनेश फोगट का वजन बढ़ना उसके शरीर की रिकवरी प्रक्रिया का एक स्वाभाविक हिस्सा था, जिस पर उसका कोई नियंत्रण नहीं था। यह भी कहा गया है कि, एक एथलीट को अपने शरीर की देखभाल करने का अधिकार है। इसके अलावा, चौथा और अंतिम तर्क यह है कि पहले दिन विनीश का वजन निर्धारित मानकों से कम था। इस संदर्भ में, पौष्टिक वस्तुओं का सेवन एक मौलिक अधिकार माना जाता है।
सुनवाई होगी जल्दी से जल्दी
रिपोर्ट्स के अनुसार, मामले की सुनवाई आगे बढ़ने की संभावना नहीं है और जल्द ही फैसला सुनाया जा सकता है। संभावना है कि आज या कल फैसला सुनाया जा सकता है। सूत्रों से पता चला है कि विनेश फोगट और यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के बीच करीब एक घंटे तक चर्चा चली।
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक ने विनेश फोगाट द्वारा मामले को खेल पंचाट न्यायालय (CAS) में ले जाने पर अपना विरोध जताया था। उन्होंने कहा कि पूरी स्थिति यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के नियमों के तहत हो रही है। इसलिए दो रजत पदक विजेता घोषित होने की संभावना काफी कम है।