कोरबा। बुधवार को जिले में देर रात तक झमाझम बारिश हुई। इससे नदी-नाले उफान पर आ गए, वहीं नोनबिर्रा सेद्रीपाली से रामपुर मार्ग पर छिदईनाला पुल से 4 फीट ऊपर पानी बहने से आवाजाही बंद हो गई। सोन नदी उफान पर होने से तुमान से चिकनीपाली मार्ग बंद रहा। इसके बाद भी कई लोग जान जोखिम में डालकर पुल को पार करते रहे। 24 घंटे में 49.8 मिलीमीटर औसत बारिश रिकार्ड की गई। भैसमा तहसील में सबसे अधिक 105.02 और करतला में 80.8 मिलीमीटर बारिश हुई है।
वहीं झमाझम होती बारिश के चलते रविशंकर शुक्ल नगर के साथ ही कई क्षेत्रों की सड़कों पर भी पानी भर गया। दूसरी ओर करतला ब्लॉक में रामपुर मार्ग पर शाम तक पुल से नीचे पानी भरा रहा। लोग बाइक को उठाकर पार करते दिखाई दिए, वहीं सोन नदी में पहली बार बाढ़ आने से चिकनीपाली के पास पुल डूब गया। इसकी वजह से कईयों घटों तक मार्ग में आवाजाही बंद रही।
वहीं लोगों ने बताया कि, जरूरी काम पड़ने पर केरवाद्वारी से होते हुए आवाजाही करनी पड़ती है। सबसे अधिक परेशानी रामपुर मार्ग देखने को मिला, जहां पर नवापारा हाई स्कूल के पढ़ाई करने वाले बच्चे भी पुल से पानी के नीचे उतरने का इंतजार करते दिखाई दिए। इसी तरह बालको के बेलगरी नाला उफान पर होने से लोग डरे हुए हैं। वहीं नेहरू नगर के पास ही दो नालों का संगम है। जलस्तर बढ़ने पर पानी घरों में घुस जाता है। जिले में अब तक 1065.8 मिलीमीटर औसत की बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 28.9 प्रतिशत अधिक है।
बिलासपुर में भारी बारिश के चलते मोहरा में पांच दिन बिजली बंद
गुरुवार को सुबह 9 बजे बारिश के दौरान हाउसिंग बोर्ड कालोनी के पास ट्रांसफार्मर का केबल जल जाने के कारण बिजली बंद हो गई। बारिश होने के कारण कर्मचारी सुधार के लिए नहीं पहुंच पाए। वहीं दोपहर 12 बजे बारिश बंद होने के बाद कर्मचारी पहुंचे। जिसके बाद कालोनी में बिजली आई। बिजली बंद होने से कालोनी के लगभग 500 लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुबह से बिजली के बंद होने के कारण लोगों को पानी भी कम मिला पाया। वहीं ग्राम मोहरा में तीन दिन तक बिजली बंद थी। यहां ट्रांसफार्मर खराब हो गया था। ग्रामीणों की मांग पर बिजली विभाग ने तीन दिन बाद ट्रांसफार्मर तो भेजा। लेकिन, इसे दो दिन तक लगाया ही नहीं। इससे गांव में 5 दिन बाद बिजली आई।
जशपुर में पेड़ गिरने से डेढ़ घंटे तक आवाजाही बंद
गुरुवार को शहर में दिनभर तेज बारिश हुई। जिले के अन्य हिस्सों में भी घंटों तेज मूसलाधार बारिश हुई है। इस साल की बारिश के बाद छत्तीसगढ़-झारखंड की सीमा पर बहने वाली शंख नदी का जलस्तर बढ़ गया है। कई सालों के बाद शंख नदी के दोनों किनारों तक पानी भरा है। भरी हुई नदी को देखने लोग पहुंच रहे हैं। वहीं बुधवार को शहर में दिनभर आसमान में बादल छाए थे पर बारिश नहीं हुई। गुरुवार को सुबह से आसमान में हल्के बादल मंडरा रहे थे। सुबह 11 बजे तक काले बादलों ने आसमान को पूरी तरह से ढक लिया और 11:30 बजे से बारिश शुरू हुई। दोपहर 2:30 बजे तक लगातार तीन घंटे शहर में तेज बारिश हुई। इस बीच शहर के करबला रोड में दीपू बागान का एक पेड़ सड़क पर गिर गया। इसकी वजह से इस सड़क पर गाड़ियों की आवाजाही थम गई।