विभाग के समस्त कर्मचारियों से मुलाकात कर उन्हें रेल मजदूर यूनियन को उनके कार्य के आधार पर जितने की अपील की रेल मजदूर यूनियन का मानना है कि कर्मचारियों का नेता कर्मचारी ही होना चाहिए क्योंकि रिटायर्ड नेता बरसों से कर्मचारियों का दोहन ही कर रहे हैं और यही कुछ नेता को प्रशासन पाल कर रखा है और इन्हीं लोगों नं एन पी एस और यूनिफाइड पेंशन स्कीम में हस्ताक्षर कर कर्मचारियों को गुमराह कर रहे हैं और प्रशासन से तालमेल बनाकर वर्षों से अपने पद पर स्थापित है इसलिए समय आ गया है कि अपने अधिकारों को पहचान कर जॉर्ज फर्नांडिस द्वारा स्थापित रेल मजदूर यूनियन का ही समर्थन करें जिन्होंने हमें बोनस दिलाया है वही हमें ओ पी एस दिलाएगा रेल मजदूर यूनियन 2011 से ops की लड़ाई लड़ रहा है और यदि सत्ता में आता है तो निर्णायक संघर्ष के लिए बाध्य होगा जिससे कि कर्मचारी में हर्ष प्राप्त है