रायपुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले के मनेंद्रगढ़ रोड निवासी व्यवसायी अक्षत अग्रवाल हत्याकांड के आरोपी चठिरमा निवासी संजीव मंडल का गांधीनगर (गुजरात) एफएसएल में नाकों, ब्रेन मैपिंग व पोलीग्राफ टेस्ट कराने 9 से 21 दिसंबर का डेट दी गई है।
बता दें कि, लैब से डेट मिलते ही पुलिस आरोपी संजीव मंडल को लेकर गांधीनगर के लिए रवाना हुई। तीनों टेस्ट पर 2.88 लाख रुपए शुल्क लगेगा। पुलिस पूरी तैयारी के साथ आरोपी को लेकर गई है, ताकि हर अनसुलझे सवाल का जवाब मिल जाए और हत्या की वजह सामने आ जाए। आरोपी अब तक ये ही कहानी बताते आया है कि, अक्षत ने अपनी हत्या कराने की सुपारी उसे दी थी। पिस्टल व कारतूस भी अक्षत ने उपलब्ध कराया था। आखिर कोई अपनी हत्या क्यों कराएगा ये एक बड़ा सवाल बना हुआ है। इसका हल पुलिस भी अब तक नहीं निकाल पाई है।आरोपी मनगढंत कहानी बता रहा या फिर जो बयान अब तक दिया है वहीं सही है।

नई बात आने पर सप्लीमेंट्री चालान करेगी दाखिल
बता दें कि, हत्याकांड के आरोपी को गिरफ्तार किए 25 नवंबर को 90 दिन बीत गए। अब तक हुई जांच के आधार पर पुलिस ने मामले में कोर्ट में चालान भी पेश कर दिया है। अब कुछ नई बातें सामने आईं तो पुलिस का काम बढ़ेगा और उसे सप्लीमेंट्री चालान पेश करना पड़ सकता है। यदि ये तीनों जांच जल्द हो जाती तो पुलिस उसके आधार पर ही पूरी कार्रवाई के साथ 90 दिन से पहले चालान पेश कर सकती थी।

पुलिस ढूंढ रही इन सवालों का जवाब
पहला ये कि, आरोपी ने अक्षत की हत्या क्यों की थी। दूसरा ये कि, क्या इसके पीछे कोई और लोग शामिल थे? तीसरा ये कि, आरोपी ने पिस्टल और कारतूस कहाँ से लाये थे?
सवालों की लिस्ट तैयार कर ली गई है।
नार्को ब्रेन मैपिंग व पालीग्राफी टेस्ट कराने के लिए आरोपी संजीव मंडल को लेकर पुलिस की टीम गुजरात चली गई है। हमारी तैयारी पूरी है। आरोपी से सवालों की लिस्ट भी तैयार कर ली गई है। यदि टेस्ट में कोई नई बात सामने आएगी तभी हम आगे फिर जांच करेंगे और सप्लीमेंट्री चालान पेश करेंगे। पुरानी जांच के आधार पर एक चालान पेश किया जा चुका है।
जानिए क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, मनेंद्रगढ़ रोड निवासी अंबिका स्टील के संचालक का बेटा अक्षत अग्रवाल की 20 व 21 अगस्त की मध्य रात गोली मारकर हत्या की गई थी। उसका अंतिम लोकेशन डिगमा इलाके में मिला था। पुलिस ने दूसरे दिन सुबह चठिरमा निवासी संजीव मंडल को उसके घर से हिरासत में लिया। सीसी कैमरे में अक्षत के साथ संजीव मंडल दिखा रहा था। संजीव की निशानदेही पर डिगमा के जंगल में कार के अंदर अक्षत की लाश मिली। उसे तीन गोली मारी गई थी। अक्षत के जेवर और 50 हजार रुपए आरोपी के पास ही मिले थे। आरोपी की निशानदेही पर तीन पिस्टल व 34 कारतूस जब्त किया गया। आरोपी के अनुसार पिस्टल और कारतूस अक्षत ने ही उपलब्ध कराए थे। अक्षत ने खुद अपनी हत्या कराने की सुपारी दी थी।