मुंबई में बुधवार को गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही नाव के डूबने से 13 लोगों की मौत हुई। रेस्क्यू टीम ने 90 से ज्यादा लोगों को बचाया। 2 लोग अब भी लापता हैं। गुरुवार को भी इनकी तलाश जारी है। 80 लोगों की क्षमता वाली इस नाव में करीब 110 लोग सवार थे। हादसा तब हुआ जब गेटवे ऑफ इंडिया के पास नीलकमल कंपनी की एक नाव, जो एलीफेंटा की ओर जा रही थी, नेवी की स्पीड बोट से टकरा गई।
हादसे की सूचना मिलते ही तटरक्षक बल, समुद्री पुलिस और नेवी ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इस ऑपरेशन में चार नेवी हेलीकॉप्टर, 11 जहाज, एक तटरक्षक नाव और समुद्री पुलिस को लगाया गया था। रात 10:30 बजे तक 99 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया और अस्पतालों में भर्ती कराया गया। हालांकि, इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 3 नेवी कर्मी और 10 नागरिक शामिल हैं।
वी की स्पीडबोट स्टंट कर रही थी- चश्मदीद
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, नाव में सवार एक चश्मदीद ने कहा- हममें से किसी ने भी लाइफ जैकेट नहीं पहनी थी। अचानक नेवी की स्पीडबोट हमारी बोट से आकर टकराई, जिसके बाद हमारी बोट डूबने लगी। करीब 25 मिनट बाद नेवी ने हमें रेस्क्यू किया। एक अन्य चश्मदीद ने इस घटना का वीडियो भी बनाया। उसने कहा- टक्कर से पहले नेवी की स्पीडबोट स्टंट कर रही थी। इसलिए मैंने रिकॉर्डिंग की।\
रेस्क्यू में जुटे लोग बोले- पहले महिलाओं-बच्चों को बचाया
टूरिस्ट बोट के ड्राइवर ने बताया कि हम घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंंचे। पलटी हुई नाव पर सवार लोग मदद के लिए हाथ हिला रहे थे। हमने 16 लोगों को बचाया और उन्हें गेटवे ऑफ इंडिया तक सुरक्षित पहुंचाया। मैंने जीवन में कभी ऐसी घटना नहीं देखी।
रेस्क्यू में जुटे मुंबई पोर्ट ट्रस्ट के आरिफ बामने ने कहा- जब हम रेस्क्यू के लिए पहुंचे तो देखा कि लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। कुछ लोग रो रहे थे। हमने पहले महिलाओं और बच्चों को बचाया। मदद के लिए चिल्लाने वालों में तीन से चार विदेशी भी थे। हमने लगभग 20-25 लोगों को बचाया। एक छोटी बच्ची बेहोश थी। उसके फेफड़ों में पानी घुस चुका था। हमने उसके चेस्ट पर प्रेशर डाला, जिसके बाद उसने फिर से सांस लेना शुरू किया।
नेवी ने कहा- कैप्टन स्पीडबोट पर नियंत्रण खो बैठा
नौसेना ने X पर पोस्ट करके बताया कि नेवी की स्पीडबोट इंजन ट्रायल पर थी। कैप्टन बोट पर से नियंत्रण खो बैठा और यह नीलकमल नौका से टकरा गई। नेवी और सिविल जहाजों ने लोगों का रेस्क्यू करके अस्पतालों में पहुंचाया।
नौसेना ने 11 बोट, 4 हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया
जानकारी के मुताबिक, नौसेना, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT), तटरक्षक बल, यलोगेट पुलिस स्टेशन 3 और स्थानीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं की मदद से राहत और बचाव कार्य को अंजाम दिया गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन में नौसेना की 11 बोट, मरीन पुलिस की 3 बोट और कोस्ट गार्ड की 1 बोट लगी। 4 हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे। यात्रियों को गेटवे ऑफ इंडिया वापस लाया गया। जहां से उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
मृतकों के परिवार को PM ₹2 लाख और CM ₹5 लाख देंगे
PM मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की। वहीं, महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस ने आश्वासन दिया कि सरकार प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता देगी। उन्होंने ने भी घोषणा की कि जान गंवाने वालों के परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी।