रायपुर। बीते शुक्रवार को विधानसभा परिसर में कांग्रेस विधायकों और एक पत्रकार के बीच झड़प हो गई। इस पर भाजपा ने सवाल उठाते हुए कहा कि संविधान की रक्षा करने का दावा करने वाले कांग्रेस के सदस्यों को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या इस तरह का व्यवहार संवैधानिक है। इस बीच, घटना के बाद पत्रकार सुनील नामदेव का विधानसभा की प्रेस गैलरी में प्रवेश का पास रद्द कर दिया गया है।
भूपेश बघेल बोले – यह मामले विधानसभा के अंदर सुरक्षा में चूक को दर्शाता है
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, विधायकों से सवाल-जवाब के दौरान एक पत्रकार ने बेबुनियाद आरोप लगाना शुरू कर दिया। पत्रकार के पास विधानसभा में प्रवेश का पास भी नहीं था। यह विधानसभा के अंदर सुरक्षा में चूक को दर्शाता है। पूरे मामले की गहन जांच कर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह इस मामले को संज्ञान में लेंगे और सख्त कदम उठाएंगे। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि, विधानसभा परिसर में इस तरह की घटना बेहद चिंताजनक है। विधानसभा अध्यक्ष को मामले से अवगत कराकर जांच की मांग की गई है।
सोशल मीडिया पर बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
भाजपा की मीडिया इकाई के प्रदेश प्रभारी अमित चिमनानी ने विधानसभा परिसर में हुई घटना को दर्शाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो अपलोड किया है। उन्होंने कहा कि, बीते गुरुवार को राहुल गांधी ने लोकसभा में भाजपा सांसदों को धक्का दिया और आज छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के विधायक एक पत्रकार को धक्का देकर अपना वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह व्यवहार संवैधानिक सिद्धांतों के अनुरूप है, उन्होंने संविधान को बनाए रखने का दावा करने वाले कांग्रेस सदस्यों से पूछा कि क्या ऐसी हरकतें वास्तव में संवैधानिक हैं। संविधान हाथ में लेकर घूमने वाले कांग्रेसी बताएंग, क्या ये संवैधानिक है? अब कांग्रेस क्या गुंडागर्दी ही करेगी?