रायपुर। नए साल के पहले दिन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ के सभी विभागों के सचिवों और विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की और प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और कसावट लाने के लिए जरूरी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत किया जाए और नशे की तस्करी पर कड़ाई से रोक लगाई जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासनिक काम-काज में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को समय पर कार्यालय आने और पूरी मुस्तैदी से काम करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री साय ने 2024 में प्रधानमंत्री की प्रमुख गारंटियों को पूरा करने की बात करते हुए कहा कि 2025 छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष के रूप में महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने अधिकारियों से उत्साह और निष्ठा से अपने दायित्वों का निर्वहन करने की अपील की। साय ने नक्सल मोर्चे पर प्राप्त कामयाबी का जिक्र करते हुए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापित करने के प्रयासों को सफल बताया। उन्होंने यह भी कहा कि नियद नेल्लानार योजना का लाभ क्षेत्र के लोगों को मिलना बहुत जरूरी है।
सीएम ने सभी विभागीय सचिवों को निर्देश दिया कि हर महीने वर्चुअल समीक्षा और हर तीन महीने में भौतिक समीक्षा की जाए। इसके साथ ही बड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं का समयबद्ध समाधान किया जाए और इसकी जानकारी मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव को दी जाए।
मुख्यमंत्री ने ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए भी कदम उठाने की बात कही और कहा कि सड़क हादसों की रोकथाम के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं। साथ ही नशे के अवैध कारोबार की रोकथाम में और तेजी लाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
जिलों के प्रभारी सचिवों को हर दो महीने में जिलों का दौरा करने के निर्देश दिए गए हैं। सीएम ने कहा कि इन दौरों के दौरान अधिकारी जिलों के अंदरूनी क्षेत्रों में जाएं और योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति का जायजा लें। दौरे के बाद मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव को रिपोर्ट जरूर दी जाए।