Republic Day: महाराष्ट्र के स्कूल शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने घोषणा की है कि इस गणतंत्र दिवस पर सभी स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना पढ़ना अनिवार्य किया जाएगा. यह कदम विपक्ष द्वारा केंद्र और राज्य सरकारों पर संविधान को बदलने का आरोप लगाए जाने के बाद उठाया गया है. विपक्ष का आरोप है कि सरकार संविधान में बदलाव करना चाहती है, और इस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी हमला किया था.
गणतंत्र दिवस पर स्कूलों में केवल संविधान की प्रस्तावना पढ़ने का ही निर्देश नहीं दिया गया है, बल्कि सरकार ने स्कूलों को कम से कम आठ प्रकार की प्रतियोगिताएं और कार्यक्रम आयोजित करने के लिए भी कहा है. ये कार्यक्रम देशभक्ति पर आधारित होंगे और इनमें प्रभात फेरी, भाषण प्रतियोगिता, कविता प्रतियोगिता, नृत्य, चित्रकला, निबंध प्रतियोगिता, खेल प्रतियोगिता और एक प्रदर्शनी शामिल होंगी.
मंत्री का एलान, बताई उपयोगिता
भुसे ने यह भी कहा कि हर साल गणतंत्र दिवस पर स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं, लेकिन इस बार संविधान की प्रस्तावना पढ़ने को अनिवार्य किया गया है. यह कदम संविधान को लेकर समाज में जागरूकता फैलाने और देशभक्ति की भावना बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है.
राहुल गांधी ने बीजेपी पर साधा था निशाना
इसके अलावा, संविधान को लेकर विपक्ष ने केंद्र सरकार पर यह आरोप भी लगाया था कि वह संविधान को बदलने की कोशिश कर रही है. लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने भाजपा और एनडीए पर आरोप लगाया था कि वह संविधान में बदलाव करने के लिए 400 से अधिक सीटें जीतना चाहता है. इसके बाद, संसद के हालिया सत्र में भी विपक्ष ने केंद्र सरकार से संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर विशेष चर्चा आयोजित करने की मांग की थी.
इस प्रकार, सरकार द्वारा संविधान की प्रस्तावना पढ़ने का आदेश और अन्य देशभक्ति कार्यक्रमों का आयोजन संविधान की रक्षा और सम्मान के प्रतीक के रूप में किया जा रहा है.