Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और बीजेपी के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी इस बार कालकाजी सीट से एक दूसरे के आमने-सामने हैं. ऐसे में दोनों नेताओं के बीच वार-पवटवार तेज हो गया है. रमेश बिधूड़ी लगातार आतिशी पर जुबानी हमले कर रहे हैं. अब आतिशी के रोने पर उन्होंने कहा कि यह उनका घड़ियाली आंसू है. AAP के लोग पीड़ित कार्ड खेलना अच्छे से जानते हैं.
दरअसल, हाल ही में रमेश बिधूड़ी ने आतिशी के पिता को लेकर एक बयान दिया था. सोमवार को आतिशी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रमेश बिधूड़ी द्वारा उनके पिता पर की गई टिप्पणी के बारे में बोलते हुए रो पड़ीं. अब भाजपा नेता ने कहा कि ‘आप’ पार्टी पीड़ित कार्ड खेलने की आदी हो चुकी है. जब ‘आप’ को जब पता चलता है कि उनका पर्दाफाश हो रहा है तो वे पीड़ित कार्ड खेलने लगते हैं.
अफजल गुरु की आतिशी के पिता ने की थी मदद
बिधूड़ी ने कहा, ‘दिल्ली के लोग अब ‘आप-दा’ से छुटकारा पाना चाहते हैं… मुख्यमंत्री आतिशी मगरमच्छ के आंसू बहा रही हैं. ये लोग सिर्फ पीड़ित कार्ड खेलते हैं और ड्रामा करते हैं.’ दिल्ली भाजपा नेता ने आतिशी से 2001 के संसद हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु की दया याचिका पर उनके पिता के कथित समर्थन पर भी अपना रुख स्पष्ट करने को कहा , जिससे चुनावों से पहले एक पुराना विवाद फिर से गरमा गया है.
दक्षिण दिल्ली से पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, “मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि क्या वह अपने पिता द्वारा (आतंकवादी) अफजल गुरु के लिए दायर याचिका का समर्थन करती हैं या नहीं.” भाजपा दावा कर रही है कि आतिशी के माता-पिता ने अफजल के लिए राष्ट्रपति को सौंपी गई दया याचिका पर हस्ताक्षर किए थे, जिसे 2013 में तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी. संसद हमले में 9 लोग मारे गए थे और 15 घायल हुए थे.
आतिशी मार्लेना से बनीं सिंह
सोमवार को बिधूड़ी ने आतिशी के सरनेम ‘मार्लेना’ का इस्तेमाल बंद करने के फैसले का जिक्र करते हुए विवाद खड़ा कर दिया. बिधूड़ी ने कहा, “मार्लेना अब सिंह बन गई हैं. उन्होंने अपने पिता को बदल लिया है. वह पहले मार्लेना थी, लेकिन अब सिंह बन गई हैं.”
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिधूड़ी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए आतिशी रो पड़ीं और उन्होंने भाजपा नेता पर अपने पिता को गाली देकर वोट मांगने का आरोप लगाया. आतिशी ने आंसू रोकते हुए कहा कि भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए किस हद तक गिर गई है.
मेरे पिता शिक्षक हैं- आतिशी
मुख्यमंत्री ने कहा, “मेरे पिता शिक्षक हैं. उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के कई बच्चों को पढ़ाया है. वह 80 साल के हैं, उनकी तबीयत इतनी खराब है कि वह बिना सहारे के चल भी नहीं सकते. क्या चुनाव जीतने के लिए आप इस हद तक गिर जाएंगे? क्या आप एक बुजुर्ग व्यक्ति को गाली देना शुरू कर देंगे?”
‘प्रियंका गांधी के गालों’ जैसी सड़कें
कालकाजी से भाजपा के उम्मीदवार घोषित होने के बाद बिधूड़ी की यह दूसरी बार है जब उनकी टिप्पणी आलोचनाओं के घेरे में आई है. शनिवार को बिधूड़ी ने कालकाजी में ‘प्रियंका गांधी के गालों’ जैसी सड़कें बनाने का वादा करके विवाद खड़ा कर दिया था.