RG Kar rape-murder: 19 जनवरी (भाषा) कोलकाता में आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में दोषी करार दिए गए संजय रॉय की मां ने रविवार को कहा कि अगर उनका बेटा दोषी है तो उसे उसके किए की सजा मिलनी चाहिए, फिर भले ही वह सजा फांसी ही क्यों न हो. रॉय की मां मालती रॉय ने कहा कि वह अकेले में रोएंगी लेकिन उसकी सजा को नियति मानकर स्वीकार करेंगी.
सियालदह की अदालत ने कल यानी 18 जनवरी को संजय रॉय को दोषी ठहराया था. शुरुआत में मीडिया से बात करने में संकोच करने वाली संजय की मां मालती रॉय ने रविवार सुबह संवाददाताओं से कहा कि एक महिला और तीन बेटियों की मां होने के नाते, ‘ मैं उस महिला चिकित्सक की मां की पीड़ा और दर्द को महसूस कर सकती हूं….’
आरजी कर बलात्कार-हत्या दोषी संजय रॉय की मां
संजय की मां (75) ने शंभूनाथ पंडित स्ट्रीट पर अपनी झुग्गी के दरवाजे पर हुई बातचीत में कहा, ‘यदि अदालत उसे फांसी पर लटकाने का निर्णय करती है तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि उसका अपराध कानून की नजर में सिद्ध हो चुका है. मैं अकेले में रोऊंगी, लेकिन इसे नियती का खेल मानकर स्वीकार कर लूंगी.’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह अदालती सुनवाई के दौरान वहां गई थीं या थाने में रॉय से मिली थीं, उन्होंने कहा, ‘ नहीं. मैं क्यों जाऊंगी? यदि आरोप झूठे पाए जाते तो मैं खराब स्वास्थ्य के बावजूद उससे मिलने की कोशिश करती.’ तीन बहनों के भाई संजय की एक बहन की कई साल पहले मौत हो चुकी है.
संजय रॉय की बड़ी बहन का बयान
संजय रॉय की बड़ी बहन ने शनिवार को कहा कि यदि वह दोषी है तो कानून को उसे दंडित करना चाहिए तथा परिवार की किसी भी अदालत में आदेश को चुनौती देने की कोई योजना नहीं है.
जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या उन्हें लगता है कि उनका भाई वास्तव में दोषी है तो उन्होंने कहा, ‘ कृपया हमें अकेला छोड़ दीजिए. हम टूट चुके हैं.’ महिला ने अपनी पहचान या नाम उजागर न करने का अनुरोध किया और बताया कि उनका भाई बचपन में किसी सामान्य लड़के की ही तरह था.
उन्होंने कहा, ‘ जैसे-जैसे वह बड़ा हुआ, उसने शराब पीना शुरू कर दिया लेकिन इसके अलावा मैंने कभी संजय द्वारा किसी महिला के साथ दुर्व्यवहार किए जाने का मामला नहीं सुना. बेशक, पिछले कुछ सालों में हमारा उससे नियमित संपर्क नहीं था और वह एक अलग इलाके में रहता था इसलिए मुझे ज्यादा जानकारी नहीं हैं….’