बीबीसी लाईव
बिलासपुर (छत्तीसगढ़): शहर के प्रसिद्ध व पवित्र दरगाह दादी अम्मा बेगम बी साहिबा के 37वें सालाना उर्स मुबारक की तैयारियां जोरों पर हैं। यह धार्मिक आयोजन 15, 16 और 17 अप्रैल 2025 को धूमधाम से मनाया जाएगा।
उर्स का महत्व
हर साल आयोजित होने वाले इस उर्स में हजारों की संख्या में अकीदतमंद शिरकत करते हैं। यह आयोजन शहरगिरे विलायत ताजुल मसुर्रत मखदूमा के सम्मान में किया जाता है। उर्स के दौरान धार्मिक कार्यक्रम, कव्वाली, चादर पोशी और फातेहा जैसी रस्में अदा की जाती हैं।
कार्यक्रम का विवरण
पहला दिन – 15 अप्रैल 2025 (मंगलवार)
- सुबह 10 बजे: परचम कुशाई
- दोपहर 12:40 बजे: गुरस मजार-ए-पाक
- रात 9 बजे: नात व मनकबत (जनाब सुल्तान हुजा कादरी, नागपुर)
दूसरा दिन – 16 अप्रैल 2025 (बुधवार)
- दिनभर: संदल व चादर पेशी
- रात 9 बजे: शानदार कव्वाली कार्यक्रम (कव्वाल शाकिब साबरी, दिल्ली)
तीसरा दिन – 17 अप्रैल 2025 (गुरुवार)
- सुबह 10 बजे: कुल की फातेहा
- दरगाह पर विशेष दुआ व महफिल
प्रमुख आकर्षण
इस उर्स में देशभर से अकीदतमंदों के साथ-साथ मशहूर नातख्वान और कव्वाल भी शिरकत करेंगे। कव्वाली के लिए प्रसिद्ध कव्वाल शाकिब साबरी अपनी प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा, इस आयोजन में सुल्तान हुजा कादरी (नागपुर) और तौफीक रजा (रायपुर) भी शामिल होंगे।
आयोजन समिति और अपील
आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे पूरी श्रद्धा और सम्मान के साथ उर्स में शामिल हों। साथ ही, प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की भी अपील की गई है।
यह उर्स सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि सामाजिक समरसता और भाईचारे का प्रतीक भी है। इस मौके पर दरगाह शरीफ को भव्य तरीके से सजाया जाएगा और शहरभर में उत्सव जैसा माहौल रहेगा।