नई दिल्ली। भारत से सैन्य टकराव के बीच पाकिस्तान के लिए हालात और गंभीर हो गए हैं। अब तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) और बलूच विद्रोहियों ने भी पाक सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ताजा हमलों में कुल 22 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं, जिससे देश की सुरक्षा पर दोहरी चुनौती खड़ी हो गई है।
TTP का बड़ा हमला दक्षिणी वजीरिस्तान में
वॉर ऑब्जर्वर की रिपोर्ट के मुताबिक, TTP ने गुरुवार देर रात दक्षिणी वजीरिस्तान की डांगेट चौकी पर हमला किया। पहले लेजर राइफलों से छह सैनिकों को निशाना बनाया गया और फिर हल्के हथियारों से चौकी पर धावा बोला गया। हमले के बाद जब मंतोई से पाक सेना के जवान पहुंचे, तो उन पर भी घात लगाकर हमला किया गया। इस हमले में दो सैन्य वाहन भी तबाह कर दिए गए। TTP ने 20 सैनिकों को मारने का दावा किया है और पांच के गंभीर रूप से घायल होने की बात कही है। हालांकि, TTP के एक लड़ाके की भी मौत हुई है।
हमले की वजह
TTP प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने कहा कि यह हमला जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर मुख्यालय पर हुए हमले का बदला है, जिसमें मसूद अजहर के परिजन मारे गए थे। TTP का आरोप है कि इस हमले की सूचना पाक सेना ने भारत को दी थी।
बलूच विद्रोहियों की कार्रवाई
शुक्रवार शाम बलूच विद्रोहियों ने तुरबत और क्वेटा समेत कई क्षेत्रों में हमला किया, जिसमें दो पाक सैनिक मारे गए। एक हफ्ते पहले भी क्वेटा में हुए IED ब्लास्ट में 10 सैनिकों की जान जा चुकी है।