सुकमा / सुकमा जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान को बड़ी सफलता मिली है। यहां 14 सक्रिय नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ते हुए पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण करने वालों में 5 महिला नक्सली भी शामिल हैं, जो लंबे समय से नक्सल गतिविधियों में शामिल थीं।
सुकमा एसपी किरण चह्वाण ने बताया कि ये सभी नक्सली प्लाटून नंबर 26, केरलापाल एरिया कमेटी और पालीगुड़ा आरपीसी से जुड़े हुए थे। इनका आत्मसमर्पण राज्य शासन की “नियद नेल्लानार योजना” और लगातार चल रहे विकास कार्यों से प्रभावित होकर हुआ है। प्रशासन द्वारा शांति बहाली, पुनर्वास और कल्याण योजनाओं को जिस गंभीरता से लागू किया गया है, उसका असर अब ज़मीन पर दिख रहा है।
सरेंडर करने वाले सभी नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण नीति के तहत लाभ दिया जाएगा। इसमें आर्थिक सहायता, रोजगार प्रशिक्षण, पुनर्वास, और सुरक्षा की गारंटी शामिल है। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि ये पूर्व नक्सली समाज की मुख्यधारा में लौटें और नए जीवन की शुरुआत करें।
यह घटना न केवल सुरक्षा बलों की सफलता का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सुकमा में नक्सल उन्मूलन की दिशा में ठोस प्रगति हो रही है। अब ज़रूरत है इस बदलाव को स्थायी बनाने की, ताकि विकास की रोशनी सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचे।