बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार को गिरे 9 दिन बीत चुके हैं. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार, सेना और पुलिस, चुन-चुनकर उनके करीबियों की धर पकड़ कररही है. उनके पूर्व निवेश सलाहकार सलमान एफ रहमान और पूर्व कानून मंत्री अनिसुल हक को ढाका सदरघाट से फरार होते वक्त गिरफ्तार कर लिया गया है. वे संवैधानिक पदों पर रहे हैं लेकिन उन्हें ऐसे गिरफ्तार किया गया है कि जैसे वे खुद कोई आतंकवादी हों या घुसपैठिए हों. जो सेना, पुलिस और सुरक्षाबल कभी उनके इशारे पर काम करते थे, वे ही उन्हें आंख दिखा रहे हैं. उनकी तस्वीरें देखकर आप कहेंगे कि ये बस बांग्लादेश में ही हो सकता है.
बांग्लादेश ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को ग्रॉसरी मालिक के मर्डर केस में पहले ही आरोपी ठहराया है, अब उनके सहयोगियों को भी लपेटा जा रहा है. पुलिस ने एफ रहमान और अनिसुल हक को एक हत्याकांड का आरोप बताते हुए गिरफ्तार किया है. शेख हसीना के कारीबियों के लिए ये दिन सबसे बुरे चल रहे हैं. उन्हें बाहर निकलने तक का दांव नहीं मिल पा रहा है. ज्यादातर सहयोगी अंडरग्राउंड हो गए हैं. नेताओं पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं. उन्हें जेल में ठूंसने की तैयारी चल रही है.
हिंदुओं के लिए बांग्लदेश में पैदा हुई हैं चुनौतियां
बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए भी मुश्किलें पैदा हो रही हैं. 5 अगस्त से लेकर अब तक 48 जिलों में करीब 280 प्रतिष्ठानों पर हमले हुए हैं जो हिंदुओं और अल्पसंख्यकों से जुड़े थे. बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस के सदस्यों ने गुहार लगाई है कि हिंदू धर्म पर हमला हो रहा है, दुर्भाग्य ये है कि हम इसी देश के हैं फिर भी हम पर हमले हो रहे हैं.
मोहम्मद यूनुस क्या दिलाएंगे हिंदुओं को सुरक्षा?
हिंदुओं की संपत्ति नष्ट कर दी गई है और उनकी दुकानों को तोड़ दिया गया है. अंतरिम सरकार के चीफ मुहम्मद यूनुस ने ढाकेश्वरी मंदिर में हिंदू समुदाय के सदस्यों से मिले और कहा है कि धैर्य रखें, उनके साथ बुरा नहीं होगा. अगली कैबिनेट मीटिंग में यह मुद्दा उठाया जाएगा.