नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद की बैठक 22 जून को होगी। इस बैठक में उत्पादों और सेवाओं पर लगने वाले गुड्स एंव सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) की समीक्षा की जाती है।
नई सरकार बनने के बाद जुलाई में पूर्ण बजट पेश किया जाएगा। इस कारण से जीएसटी परिषद की बैठक को अहम माना जा रहा है।
जीएसटी परिषद सचिवालय की ओर से एक्स पर किए गए एक पोस्ट में लिखा गया कि जीएसटी परिषद की 53वीं बैठक 22 जून को नई दिल्ली में होनी है।
सूत्रों के हवाले से बताया गया कि जीएसटी परिषद (जिसमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वित्त मंत्री शामिल होते हैं।) कुछ उत्पादों पर इनवर्टेड टैक्स स्ट्रक्चर पर विचार कर सकती है, जहां इनपुट पर फाइनल प्रोडक्ट के मुकाबले अधिक जीएसटी लगता है।
महंगाई को ध्यान में रखते हुए परिषद कुछ टैक्स में बदलाव पर विचार कर सकती है।
इससे पहले जीएसटी परिषद की बैठक अक्टूबर में हुई थी। इस बैठक में परिषद की ओर से पैकेट बंद मिलेट्स का आटे (70 प्रतिशत मिलेट्स कंटेंट हो) पर जीएसटी को 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया था। अगर मिलेट्स का आटा खुला बेचा जाता है तो इस पर जीएसटी शून्य है।
देश में जीएसटी संग्रह तेजी से बढ़ रहा है। मई 2024 में 1.73 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह हुआ था, जो कि सालाना आधार पर 10 प्रतिशत अधिक है।