ओलंपिक फाइनल से अयोग्य करार दिए जाने के बाद भारतीय पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) की सीएएस के तदर्थ प्रभाग में अपील की थी। जिसकी सुनवाई पूरी हो चुकी है। तीन घंटे चली लंबी बहस के बाद ये सुनवाई पूरी हुई है।
ओलंपिक फाइनल से अयोग्य करार दिए जाने के खिलाफ भारतीय पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) की खेल पंचाट (CAS) के तदर्थ प्रभाग में अपील की सुनवाई यहां पूरी हो गई और भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने कहा कि उसे सकारात्मक समाधान की आशा है।
खेलों के दौरान विवाद समाधान के लिए विशेष रूप से स्थापित कैस के तदर्थ प्रभाग ने विनेश की अपील स्वीकार ली। विनेश ने स्वर्ण विजेता सारा एन हिल्डेब्रांट के खिलाफ फाइनल की सुबह 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य ठहराकर बाहर किए जाने के खिलाफ अपील की थी।
सकारात्मक समाधान की आशा
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने एक बयान में कहा कि ‘भारतीय ओलंपिक संघ को आशा है कि पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) द्वारा खेल पंचाट (कैस) के तदर्थ प्रभाग के समक्ष उनके वजन में विफलता के खिलाफ दायर आवेदन का सकारात्मक समाधान होगा’।
विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) की जगह फाइनल में क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुजमान लोपेज उतरीं। जो सेमीफाइनल में विनेश से हार गई थीं। भारतीय पहलवान ने अपनी अपील में लोपेज के साथ संयुक्त रजत पदक दिए जाने की मांग की है। क्योंकि मंगलवार को अपने मुकाबलों के दौरान उनका वजन निर्धारित सीमा के अंदर था। विनेश का पक्ष जाने माने सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया ने रखा।