रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज संविधान दिवस मार्च में शामिल हुए। यह मार्च पंडित जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम से शुरू होकर अंबेडकर चौक पर समाप्त हुआ। मुख्यमंत्री ने डॉ. बीआर अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री अरुण साव, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकर राम वर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, विधायक इंद्र कुमार साहू, गुरु खुशवंत साहेब, अनुज शर्मा, महिला आयोग की सदस्य लक्ष्मी वर्मा और युवा आयोग के अध्यक्ष विश्वजीत तोमर भी शामिल हुए।
CM साय बोले – हमारा संविधान भारत की प्राचीन संस्कृति, इतिहास और परंपराओं का प्रतिबिंब है
बता दें कि, पंडित जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि “हमारा संविधान भारत की प्राचीन संस्कृति, इतिहास और परंपराओं को दर्शाता है। यह हमारे संघर्षों, अनुभवों और उपलब्धियों का परिणाम है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ मनाने की सराहना की और इसके व्यापक पालन के महत्व पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने संविधान में निहित सांस्कृतिक प्रतीकों पर प्रकाश डालते हुए उन्हें भारतीय संस्कृति और लोकतांत्रिक मूल्यों का आधार बताया। उन्होंने आगे कहा कि, संविधान की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें समय के साथ संशोधन किया जा सकता है। “संविधान के निर्माताओं ने इसे भविष्य की पीढ़ियों के लिए लचीला बनाया है, ताकि समय के अनुसार इसमें बदलाव किए जा सकें।”
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि, संविधान दिवस का अवसर हमारे अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का काम करता है। वन मंत्री केदार कश्यप ने प्रधानमंत्री के आह्वान की सराहना करते हुए संविधान को भारत में दलितों, हाशिए के समुदायों और वनवासियों के सशक्तीकरण का साधन बताया। वहीं विधायक धर्मलाल कौशिक ने कहा कि संविधान दिवस संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है। हमें अपने कर्तव्यों की जिम्मेदारी समझनी चाहिए। इस अवसर पर खेल विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता, रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, नगर निगम कमिश्नर अविनाश मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप, खेल विभाग की संचालक तनुजा सलाम सहित अनेक अधिकारी और स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।