लखनऊ। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उत्तर प्रदेश में पार्टी की सभी प्रदेश, जिला और ब्लॉक इकाइयों को तत्काल भंग कर दिया है। इस कदम को आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है, ताकि पार्टी आगामी चुनावों में मजबूत प्रदर्शन कर सके। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस फैसले की जानकारी एक आधिकारिक पत्र के माध्यम से दी, जिसमें कहा गया कि अध्यक्ष के आदेश पर सभी इकाइयां भंग की गई हैं और अब इन पदों पर काबिज पदाधिकारी समिति के सदस्य अब इन पदों पर नहीं रहेंगे।
यह कदम पार्टी द्वारा अपने संगठन में सुधार करने और चुनावी तैयारियों को लेकर की गई एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है। कांग्रेस उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों से चुनावों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है, लेकिन पिछले लोकसभा चुनावों में मिली सफलता ने पार्टी में नई उम्मीद जगी है। कांग्रेस ने यूपी में 6 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि 2019 में पार्टी को केवल एक सीट पर सफलता मिली थी। इसके अलावा, कांग्रेस ने नीति इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर 43 सीटों पर जीत हासिल की थी, जो पार्टी के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी अब आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपने संगठन को सुदृढ़ करने और अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए रणनीतिक बदलाव करने जा रही है। कांग्रेस का उद्देश्य विधानसभा चुनावों में भी लोकसभा चुनाव जैसे नतीजों को दोहराना है, ताकि उत्तर प्रदेश में अपनी खोई हुई जमीन को फिर से हासिल किया जा सके।