राज्य में नशे के कारोबार को नियंत्रित करने और तस्करी को खत्म करने के लिए सरकार ने एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) का गठन किया है। इस टीम का नेतृत्व आईजी अजय यादव को सौंपा गया है। एएनटीएफ का कार्यभार संभालने के बाद आईजी अजय यादव ने नारकोटिक्स सेल के जिला नोडल अधिकारियों की बैठक आयोजित की और सूखे नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
आईजी अजय यादव ने कहा कि गांजा और अन्य नशे के सेवन करने वालों की संपत्ति कुर्क की जाएगी, ताकि तस्करों को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकतर तस्कर जेल से बाहर आने के बाद फिर से नशे की तस्करी में संलिप्त हो जाते हैं, और कार्रवाई के बाद भी उनका डर खत्म नहीं होता। इसलिए तस्करों के खिलाफ आर्थिक दंड लगाना महत्वपूर्ण है।
इसके साथ ही, नशे के तस्करी में उपयोग होने वाली गाड़ियों को भी राजसात करने की योजना है। आईजी ने जोर दिया कि इन गाड़ियों को जब्त कर तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
आईजी ने यह भी बताया कि तस्करों से प्रभावी पूछताछ की जाएगी और उनकी जड़ तक पहुंचने के लिए सभी संभावनाओं का पता लगाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि तस्करी के गिरोह केवल राज्य में ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से भी काम कर रहे हैं, और एएनटीएफ का उद्देश्य इन गिरोहों के नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करना है।