Tirumala Tirupati: तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अलीपीरी चेकपॉइंट पर सुरक्षा चूक को लेकर YSRCP समेत कई विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा है. मिल रही जानकारी के मुताबिक इस चेकपॉइंट पर तमिलनाडु से आए श्रद्धालुओं का एक समूह अंडा बिरयानी खा रहा था, इस दौरान उन्हें पकड़ लिया गया.
तिरुमाला में शराब, मांसाहारी भोजन, सिगरेट पीना और तंबाकू चबाना सख्त वर्जित है. हालांकि यह नियम कई दशकों से प्रचलन में है, लेकिन शुक्रवार को तिरुमाला पहुंचे तमिलनाडु से आए श्रद्धालुओं का एक समूह रामबगीचा बस स्टैंड के पास अंडा बिरयानी खाते हुए पाया गया.
तिरुमाला पुलिस को कि किया सूचित
पकड़े गए श्रद्धालुओं ने अंडे को शाकाहारी भोजन बताया क्यों कि उसमें किसी भी तरह का कोई मांस नहीं होता है. लेकिन वे जानवरों से प्राप्त होते हैं इसलिए इसे मांसाहारी बताया जाता है. इस घटना को लेकर वहां मौजूद अन्य श्रद्धालुओं ने तिरुमाला पुलिस को इस बारे में सूचित किया और वे तुरंत मौके पर पहुंचे. जब तिरुमाला पुलिस ने उन्हें बताया कि तिरुमाला में अंडे और अन्य मांसाहारी भोजन का सेवन वर्जित है, तो श्रद्धालुओं ने अनभिज्ञता जताई. हालांकि इसके बाद तिरुमाला पुलिस ने उन्हें कड़ी चेतावनी दी और जाने दिया.
टीटीडी प्रशासन की आलोचना
टीटीडी के पूर्व अध्यक्ष भुमना करुणाकर रेड्डी ने सुरक्षा उल्लंघन को लेकर टीटीडी प्रशासन की आलोचना की. उन्होंने कहा कि यह घटना टीटीडी सुरक्षा व्यवस्था में खामियों को स्पष्ट रूप से उजागर करती है, क्योंकि तमिलनाडु के श्रद्धालु अलीपीरी चेकपॉइंट पर अनिवार्य सुरक्षा जांच से गुजरने के बाद आसानी से अंडे बिरयानी के पैकेट लेकर तिरुमाला पहुंचने में कामयाब हो गए. तिरुपति के सांसद डॉ. एम गुरुमूर्ति ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की और टीटीडी मामलों को सुव्यवस्थित करने में मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू की ईमानदारी पर सवाल उठाया.
तिरुपति सांसद ने आरोप लगाया कि 8 जनवरी को तिरुपति ट्रस्ट के इतिहास में सबसे भयानक भगदड़ की घटना हुई थी, जिसमें छह तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी और 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे . राज्य सरकार ने टीटीडी के मुख्य सतर्कता और सुरक्षा अधिकारी और तिरुपति एसपी का तबादला कर दिया है, लेकिन इन दो महत्वपूर्ण सुरक्षा पदों पर उपयुक्त प्रतिस्थापन की नियुक्ति नहीं की है . इसके बजाय, सरकार ने चित्तूर एसपी को टीटीडी सीवीएसओ और तिरुपति एसपी दोनों पदों के लिए प्रभारी बना दिया है, जो स्पष्ट रूप से टीडीपी सरकार के उदासीन दृष्टिकोण को दर्शाता है .