April 29, 2025
राष्ट्रीय

8 मार्च को ही क्यों मनाते हैं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस? जानें इसके पीछे का इतिहास

International womens day 2025: हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (IWD) मनाया जाता है. अलग-अलग क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों का सम्मान करने और वैश्विक स्तर पर लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए महिला दिवस मनाया जाता है. यह दिन माताओं, बहनों, पत्नियों, सहकर्मियों और दोस्तों के रूप में महिलाओं द्वारा निभाई जाने वाली अमूल्य भूमिकाओं की सराहना करने का भी दिन है

यह दिन महिलाओं की स्वतंत्रता और स्वायत्तता को पहचानने और संजोने के साथ समाज को सुरक्षित बनाने और विशेष रूप से महिलाओं के खिलाफ पूर्वाग्रह और भेदभाव को खत्म करने की याद दिलाता है. इस दिन लोग जश्न मनाने की तैयारियों में व्यस्त हैं, लेकिन अधिकांश लोग 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाए जाने के महत्व से अनजान हैं. क्या आप जानते हैं 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस क्यों मनाया जाता है? अगर नहीं, तो इस लेख में हम आपको बताएंगे.

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की वास्तविक उत्पत्ति

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास लगभग 117 साल पुराना है, जब साल 1908 में न्यूयॉर्क में हजारों की संख्या में कामकाजी महिलाओं ने अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर परेड की थी. इस आंदोलन में महिलाएं काम के घंटों में कमी, अच्छी सैलरी और वोट डालने के अधिकार जैसे अन्य मुद्दों की मांग कर रही थीं.
बाद में कोपेनहेगन ने 1910 में कामकाजी महिलाओं के दूसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी की. समान अधिकारों के लिए महिलाओं की मांगों का विश्वव्यापी उत्सव मनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का सुझाव जर्मन समाजवादी क्लारा ज़ेटकिन ने दिया.

17 देशों की 100 से ज़्यादा महिलाओं ने लिया हिस्सा

सम्मेलन में 17 अलग-अलग देशों की 100 से ज़्यादा महिलाओं ने हिस्सा लिया और योजना को मंज़ूरी मिल गई. 1911 में यूरोप भर में आयोजित IWD विरोध प्रदर्शनों में दस लाख से ज़्यादा लोगों ने काम करने, वोट देने, प्रशिक्षण पाने, सार्वजनिक पद के लिए चुनाव लड़ने और भेदभाव से मुक्त होने के अधिकारों के लिए प्रदर्शन किया. ज़ेटकिन, जो अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध थीं, का मानना ​​था कि महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा मज़दूरों के आंदोलनों पर निर्भर करती है। बाद में उन्हें मैनचेस्टर गार्डियन द्वारा “साम्यवाद की दादी” कहा गया. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की 100वीं वर्षगांठ के सम्मान में, बराक ओबामा प्रशासन ने 2011 में मार्च माह को महिला इतिहास माह के रूप में घोषित किया था.

Related posts

भारतीय रेल की वित्तीय स्थिति अच्छी, यात्रियों को दे रहे पहले से अधिक सब्सिडी: रेल मंत्री

bbc_live

पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य का निधन, 80 साल की उम्र में ली आखिरी सांस

bbc_live

मरनाथ यात्रा होगी आसान…बालटाल से पवित्र गुफा तक बनेगा रोपवे

bbc_live

Switzerland MFN: स्विटजरलैंड से भारत को करारा झटका, मोस्ट फेवरेट देशों की लिस्ट से किया बाहर, अब चुकानी होगी मोटी रकम

bbc_live

जीशान सिद्दीकी एनसीपी में हुए शामिल,अजित पवार ने इस सीट से दिया टिकट

bbc_live

यूपी में महिला पुलिस कर्मी ने मकान अपने नाम कराने के बाद पति को घर से बाहर निकाला

bbc_live

आज से शुरू हुई जगन्नाथ रथ यात्रा , क्या नाम है तीनों रथों का? कितने दिन रुकते हैं मौसी के घर, जानें सब कुछ

bbc_live

‘भारत में रहने वाले ईसाई हिन्दू हैं…’ क्रिसमस डे पर बाबा बागेश्वर ने ईसाईयों को लेकर किया बड़ा दावा

bbc_live

Jind Accident News: ट्रक ने श्रद्धालुओं से भरे वाहन को मारी टक्कर, तीन महिलाओं सहित सात की मौत; आठ घायल

bbc_live

Aaj Ka Panchang : आज 21 अगस्त का पंचांग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त यहां जानें

bbc_live

Leave a Comment