रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप प्रदेश में सौर ऊर्जा आधारित योजनाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से क्रेडा के सीईओ श्री राजेश सिंह राणा द्वारा बस्तर संभाग के कांकेर और कोण्डागांव जिलों में संचालित योजनाओं का औचक निरीक्षण किया गया।
इस दौरान उन्होंने जल जीवन मिशन, सौर सुजला योजना और ग्रामीण विद्युतीकरण जैसे कार्यक्रमों के अंतर्गत स्थापित सोलर संयंत्रों की मौके पर जाकर समीक्षा की और ग्रामीणों से सीधे संवाद कर संयंत्रों की उपयोगिता और कार्यशीलता की जानकारी प्राप्त की।
कांकेर जिले के ग्रामीणों से सीधा संवाद
निरीक्षण की शुरुआत कांकेर जिले के विकासखंड चारामा के ग्राम झिपाटोला (चिनौरी) से हुई, जहाँ जल जीवन मिशन योजना के तहत सोलर ड्यूल पंप का निरीक्षण किया गया। ग्रामीण दुर्गा यादव, कमलेश यादव और शिवबती कुंजाम ने संयंत्र की कार्यशीलता की पुष्टि की और बताया कि इससे पेयजल सुविधा सुलभ हो रही है।
इसके बाद ग्राम माकड़ी खुना में भी जल जीवन मिशन के तहत स्थापित सोलर पंप का निरीक्षण किया गया, जहाँ ग्रामीणों ने संयंत्र के कार्यशील होने की जानकारी दी, लेकिन पीएचई विभाग द्वारा पाइपलाइन अधूरी होने की समस्या से अवगत कराया। इस पर सीईओ राणा ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल समन्वय कर कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
सौर सुजला योजना से बदल रहे किसानों के जीवन
ग्राम अर्जूनी में महिला किसान दशरी बाई मण्डावी से खेत में लगाए गए सोलर पंप के बारे में जानकारी ली गई, जिन्होंने बताया कि पंप का उपयोग वे तालाब भरने और सिंचाई कार्य में कर रही हैं।
इसी तरह कोण्डागांव जिले के ग्राम पतोड़ा में सौर सुजला योजना के तहत हितग्राही दीनूराम नाग से संवाद किया गया। उन्होंने बताया कि सोलर पंप की मदद से वे मछली पालन और मक्के की खेती कर अच्छी आमदनी अर्जित कर रहे हैं।
कोण्डागांव में भी योजनाओं की स्थिति का जायज़ा
ग्राम पिपरा (चिख्लाडीहपारा) में जल जीवन मिशन फेज-2 के अंतर्गत स्थापित सोलर पेयजल संयंत्र की जांच की गई। स्थानीय निवासी मोहन मरकाम ने संयंत्र की उपयोगिता बताई और पाइपलाइन कनेक्शन की मांग की, जिस पर सीईओ ने शीघ्र समाधान के निर्देश दिए।
इसी क्रम में ग्राम भंडारसीवनी में किसान मानिकलाल के खेत में स्थापित सोलर पंप का निरीक्षण किया गया। किसान ने बताया कि यह संयंत्र खेती में अत्यंत सहायक साबित हो रहा है।
सीईओ राणा का स्पष्ट निर्देश: गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं
निरीक्षण के अंत में सीईओ राणा ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि
जल जीवन मिशन,
सौर सुजला योजना,
सोलर हाईमास्ट,
और अन्य संयंत्रों की स्थापना में निविदा अनुसार उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए
और सभी कार्य समयबद्ध तरीके से पूरे किए जाएं।