अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से मानव तस्करी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक नाबालिग लड़की को नौकरी दिलाने के बहाने दिल्ली ले जाकर बेच दिया गया। यह खुलासा तब हुआ जब करीब एक साल बाद पीड़िता ने अपने परिवार से संपर्क किया और रोते हुए मदद की गुहार लगाई — “मुझे बचा लो।”
परिजनों का आरोप है कि इस पूरे मामले में एक स्थानीय युवती शामिल है, जिसने भरोसा जीतकर लड़की को बाहर काम दिलाने का झांसा दिया और फिर उसे दिल्ली में तस्करों के हाथों बेच दिया। जब परिवार को हकीकत पता चली तो वे तुरंत सीतापुर थाने पहुंचे और लिखित शिकायत दर्ज कराई।
एक साल तक तस्करों के चंगुल में रही पीड़िता
पीड़िता पिछले एक साल से तस्करों के कब्जे में थी। जैसे ही उसे फोन करने का मौका मिला, उसने अपने परिजनों से संपर्क किया। बेटी की करुण पुकार सुनकर परिवार स्तब्ध रह गया और उन्होंने तुरंत पुलिस से मदद मांगी।
प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि लड़की को दिल्ली से उत्तराखंड भेज दिया गया है। सीतापुर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जल्द ही एक विशेष टीम उत्तराखंड रवाना की जा सकती है ताकि लड़की को सुरक्षित वापस लाया जा सके।
यह मामला न केवल मानव तस्करी की भयावह हकीकत को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे स्थानीय स्तर पर ही तस्करी का जाल फैला हुआ है। प्रशासन और समाज दोनों को मिलकर ऐसे मामलों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है।