कोरोना वायरस के नए वैरियंट JN-1 लगातार फैल रहा है, जिससे संक्रमित मरीजों की संख्या में रोज इजाफा हो रहा है. छत्तीसगढ़ में मंगलवार को 6 नए मरीजों सामने आए हैं, जबकि प्रदेश में पहले से ही 15 एक्टिव केस हैं. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच सामने आए एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साल 2021 में तत्कालीन बघेल सरकार ने कोरोना संक्रमण से छत्तीसगढ़ में हुई मौत के सही आंकड़े पेश नहीं किए थे.
संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच शुरू हुई पुराने आंकड़ों की चर्चा
रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच पुराने आंकड़ों की भी चर्चा शुरू हो गई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने साल 2021 में कोरोना संक्रमण से हुई मौतों के सही आंकड़े पेश नहीं किया था. सीआरएस की 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार द्वारा मौत के बताए गए आंकड़े वास्तविक आंकड़ों से करीब 8 गुना कम है.
सरकारी आंकड़ों से 8 गुना अधिक थी कोरोना मृतकों की संख्या
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक साल 2021 में कोरोना संक्रमण से पीड़ित 10 हाजर 229 लोगों की मौतें हुईं, लेकिन नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) के आंकड़ों की मानें तो साल 2021 में कोरोना से मरने वालों की संख्या 81 हजार 106 थीं, जो सरकारी आंकड़ों से करीब आठ गुना अधिक है.
‘संक्रमित मृतकों के आंकड़े तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय के हैं’
उल्लेखनीय है कोरोना संक्रमण के जारी किए आंकड़े तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय की है. वर्तमान में सत्ताधारी दल बीजेपी के विधायक अनुज शर्मा का कहना है कि मौत के झूठे आंकड़े देने वाली सरकार को जनता ने नकार दिया. अब हमारी सरकार है और कोरोना संक्रमण की हर स्थिति से निपटने के लिए जरूरी प्रयास कर लिए गए हैं.
लगातार बढ़ रहे कोराना मरीजों की संख्या बढ़ा रहीं हैं चिंता की लकीरें
गौरतलब कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोगों को जागरूक रहने के लिए कहा जा रहा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग का दावा है कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर भी पर्याप्त व्यवस्थाएं अस्पतालों में की गई हैं, लेकिन लगातार बढ़ रहे कोराना मरीजों की संख्या चिंता की लकीरे बढ़ा रहीं हैं.
पीड़ितों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार?
छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण व रोकथाम के नोडल अधिकारी डॉक्टर खेमराज सोलंकी का कहना है कि राज्य में कोरोना संक्रमण से पीड़ितों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार है. प्रमुख अस्पतालों में अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है.