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सूदखोरी के जाल में खड़ी की करोड़ों की संपत्ति : तोमर बंधुओं के ठिकानों पर छापेमारी, 37 लाख नकद और लग्जरी सामान जब्त

रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कुख्यात सूदखोर रोहित तोमर और वीरेंद्र तोमर के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार रात रायपुर पुलिस ने कोर्ट से सर्च वारंट लेकर भाठागांव स्थित साईं विला में छापा मारा। इस दौरान पुलिस को करीब 37 लाख रुपये नगद, सोने के जेवर, आईपैड, लैपटॉप, नोट गिनने की मशीन, ई-स्टांप, चेकबुक, रजिस्टर, ब्याज वसूली से संबंधित दस्तावेज और लग्जरी गाड़ियां बरामद हुई हैं। मामले का खुलासा पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह ने प्रेसवार्ता में किया।

शिकायत के बाद शुरू हुई कार्रवाई

पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के पीड़ित जयदीप, मनीष और नासिर ने आरोप लगाया था कि तोमर भाइयों ने उन्हें उधार पैसे देकर कोरे कागज, स्टांप पेपर और चेक पर जबरन हस्ताक्षर करवाए, और फिर ब्याज के नाम पर मोटी रकम वसूल की। इतना ही नहीं, आरोप है कि धमकी देकर उनकी जमीन को अपने नाम रजिस्ट्री करा ली गई।

इन शिकायतों के आधार पर धारा 308, 111 और छत्तीसगढ़ ऋणीयों का संरक्षण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया गया। इसके बाद एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने तोमर बंधुओं के ठिकानों पर रेड डाली और बेहिसाब संपत्ति जब्त की।

एक आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी

इस मामले में पुलिस ने आरोपी दिव्यांश तोमर (25 वर्ष) को साईं विला से गिरफ्तार कर लिया है। जबकि अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाशी जारी है। साथ ही वीरेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत अलग से मामला दर्ज किया गया है।

 

अंडे के ठेले से करोड़ों की अवैध संपत्ति तक का सफर

कभी टिकरापारा में अंडे का ठेला लगाने वाले तोमर बंधु, धीरे-धीरे सूदखोरी के धंधे में उतर गए और देखते ही देखते करोड़ों की अवैध संपत्ति खड़ी कर ली। आज उनके पास भाठागांव में 5,000 वर्गफीट का आलीशान बंगला, महंगी कारें, और बेहिसाब दौलत है।

पुलिस रिकॉर्ड में दोनों भाइयों के खिलाफ चाकूबाजी, फायरिंग, और सूदखोरी समेत कई संगीन मामले दर्ज हैं। रायपुर पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है और सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी में है।

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