देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2025 को लेकर भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। यात्रा शुरू होने के दो सप्ताह के भीतर ही पंजीकरण का आंकड़ा 28 लाख से अधिक हो गया है। खास बात यह है कि 150 से ज्यादा देशों से अब तक 31,581 श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं, जिससे यह यात्रा एक वैश्विक धार्मिक आयोजन का रूप लेती जा रही है।
पर्यटन विभाग के अनुसार, पंजीकरण कराने वालों में यूएसए, नेपाल, यूके, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और मलेशिया जैसे देशों के श्रद्धालु प्रमुख रूप से शामिल हैं।
देशवार विदेशी यात्रियों के पंजीकरण आंकड़े:
देश | पंजीकरण |
---|---|
अमेरिका (USA) | 5864 |
नेपाल | 5728 |
ऑस्ट्रेलिया | 1259 |
यूके | 1559 |
कनाडा | 888 |
मौरिशस | 837 |
इंडोनेशिया | 327 |
चारधाम अनुसार पंजीकरण की संख्या:
धाम | पंजीकरण |
---|---|
केदारनाथ | 11,576 |
बदरीनाथ | 9,320 |
गंगोत्री | 5,542 |
यमुनोत्री | 4,869 |
हेमकुंड साहिब | 274 |
चारधाम यात्रा के नोडल अधिकारी योगेंद्र गंगवार ने बताया कि इस बार यात्रा को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। श्रद्धालु समय से पहले पंजीकरण कर रहे हैं ताकि यात्रा में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
अब तक 7.18 लाख श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
30 अप्रैल को यात्रा के शुभारंभ के बाद से अब तक 7.18 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधामों के दर्शन कर चुके हैं। चूंकि ऑनलाइन स्लॉट सीमित हो गए हैं, ऐसे में हरिद्वार, ऋषिकेश, हरबर्टपुर और विकासनगर जैसे केंद्रों पर ऑफलाइन पंजीकरण में तेजी देखी जा रही है। इन केंद्रों पर रोजाना करीब 18,000 रजिस्ट्रेशन किए जा रहे हैं।
चारधाम यात्रा की लोकप्रियता वैश्विक स्तर पर
उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्थित केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ-साथ हेमकुंड साहिब की यात्रा को लेकर देश-विदेश के श्रद्धालुओं में उत्साह चरम पर है। पर्यावरणीय सौंदर्य, आध्यात्मिक अनुभूति और बेहतर व्यवस्थाओं के चलते यह यात्रा अब आस्था और पर्यटन का संगम बन चुकी है।