रियाजुद्दीन अंसारी की रिपोर्ट
भिवंडी,इस्लामपुरा के 6 साल के मासूम मोहम्मद नुमान यासर मोमिन ने अपना पहला रोज़ा रखा और सब के लिए दुवाएं मांगी.
रोजा हर मुसलमान आकिल बालिग पर फर्ज है। माह- ए- रमजान में चांद नजर आते ही पूरी दुनिया का रंग बदलने लगता है और रहमतों की बारिश होने लगती है। ऐसे माहौल में बच्चे कहां पीछे रह सकते हैं। वह भी बड़ों की तरह रोजा रखते हैं। यहां बता दें कि रविवार को 38 डिग्री तापमान में बड़े तो बड़े, बच्चे भी अल्लाह के इस रहमत को पाने में पीछे नहीं हटे।
ये बच्चे हौसले का मुजाहिरा पेश करते हुए रोजा रखकर घर के सारे बड़े लोगों के साथ सेहरी व इफ्तार में शरीक हुए। रमजान माह में आसपास के जवान लोग भी इस बच्चे के हौसले के कायल हैं।इस्लामपुरा के यासर मोमीन के छह साल का पुत्र मोहम्मद नुमान ने रोजा रखा और 5 वक्त का नमाज भी पढ़ा। रविवार को रमजान के रोजे में उसने अल्लाह ताला से गुनाह की माफी के साथ मुल्क की सलामती के लिए दुआ मांगी इस्लामपुरा मस्जिद के इमाम मौलाना सैय्यद असलम साहब ने बच्चे को खूब दुवाओं से नवाजा बच्चे के दादा जनाब इक़बाल मोमिन और दादी चाचा आमिर मोमिन ने भी दुवाएं दीं.