बीजापुर। बीजापुर में बीते कुछ दिनों से जंगल में एक बाघ के दिखने की सूचना वन विभाग को लगातार मिल रही थी। इस दौरान बाघ ने एक ग्रामीण पर हमला कर दिया था, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। शिकारियों ने बाघ को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था, जिसमें फंसने से बाघ घायल हो गया। वन विभाग की टीम ने जंगल में पहुंचकर बाघ को रेस्क्यू किया और प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए जंगल सफारी भेज दिया।

बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में इंद्रावती टाइगर रिजर्व के बफर जोन, कांदुलनार, मोरमेड़ और तोयनार गांवों के बीच घने जंगल में एक बाघ शिकारियों द्वारा लगाए गए तार के फंदे में फंस गया। इस फंदे की वजह से बाघ के दोनों पैर बुरी तरह जख्मी हो गए, जिसके कारण घावों में कीड़े पड़ गए और सड़न शुरू हो गई।

वन विभाग को इस घटना की जानकारी मिलते ही उनकी टीम तुरंत मौके पर पहुंची और घायल बाघ का उपचार शुरू किया। सूत्रों के अनुसार, बाघ की उम्र पांच से छह वर्ष है। बताया गया कि लगभग 15 से 20 दिन पहले बाघ ने कांदुलनार गांव के एक व्यक्ति पर हमला किया था, जिसमें उसकी मृत्यु हो गई थी।