Eknath Shinde News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. विधानसभा चुनाव में महायुति की प्रचंड बहुमत मिलने के बाद भी अभी तक मुख्यमंत्री पद के लिए नाम का ऐलान नहीं हुआ है. हालांकि, अब ये लगभग तय हो गया है कि इस बार एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा.
इस बीच एकनाथ शिंदे ने गुरुवार रात गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री पद के बदले बीजेपी आलाकमान से बड़ी डिमांड की है. उन्होंने शाह से मुलाकात कर शिवसेना का पक्ष रखा, साथ ही विधान परिषद के अध्यक्ष पद की मांग कर दी. यही नहीं एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के लिए 12 मंत्री पद की भी मांग की है.
शिंदे ने शिवसेना के लिए मांगे ये पद
बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे ने बीजेपी आलाकमान से शिवसेना के लिए गृह मंत्रालय, शहरी विकास समेत कई अहम विभाग मांगे हैं. इसके साथ ही शिंदे ने गृह मंत्री शाह से अनुरोध किया है कि वह पालक मंत्री की जिम्मेदारी का आवंटन करते समय शिवसेना का उचित सम्मान बनाए रखें. बता दें कि गृह मंत्री शाह से मुलाकात के दौरान देवेंद्र फडणवीस, और अजित पवार भी मौजूद रहे.
इस मुलाकात के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा में मौजूद रहे. सभी नेताओं के बीत करीब दो घंटे तक मुलाकात का सिलसिला चला. बता दें कि इससे एक दिन पहले बी बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने भी अमित शाह से मुलाकात की थी. इसी के साथ ऐसा माना जा रहा है कि महाराष्ट्र के सीएम का जल्द ऐलान किया जा सकता है.
उपमुख्यमंत्री पद को लेकर नहीं हुआ को फैसला
गुरुवार रात हुई बैठक के दौरान महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री पद को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ. हालांकि, ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी ने उपमुख्यमंत्री पद के लिए एकनाथ शिंदे को मना लिया है. क्योंकि, एकनाथ शिंदे ने अमित शाह पर भरोसा जताते हुए कहा है कि शिवसेना महायुति के साथ ही है.
बता दें कि गुरुवार रात शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे, बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस, एनसीपी चीफ अजित पवार और महायुति के अन्य नेताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इस दौरान बीजेपी जेपी नड्डा भी मौजूद रहे. दिल्ली में शाह के साथ बैठक के बाद शिंदे, फडणवीस और अजित पवार मुंबई के लिए रवाना हो गए.
मुलाकात के बाद क्या बोले शिंदे?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात बाद एकनाथ शिंदे ने कहा कि, “मैंने प्रेस वार्ता के दौरान अपनी भूमिका स्पष्ट कर दी थी कि महायुति के मुख्यमंत्री को लेकर कोई परेशानी नहीं है, यह ‘लाडला भाई’ दिल्ली आ गया है और ‘लाडला भाई’ मेरे लिए किसी भी अन्य पद से ऊंचा पद है.” इससे पहले बुधवार को शिंदे ने कहा था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिया जाने वाला हर फैसला मानने को तैयार हैं. जिसमें सीएम पद का निर्णय भी शामिल है.